आज की तेज रफ्तार दुनिया मे कई लोग संतान प्राप्ति के उपाय के लिए प्रयासरत हैं परंतु उनके सारे प्रयास विफल हो गए हैं । कई इलाज के बाद भी उन्हे संतान की प्राप्ति नहीं हो रही । इस लेख मे बताए उपायों को करके आप वैदिक तरीकों से संतान प्राप्त करके मे सफल हो सकते हैं ।  सारे उपाय बेहद सरल और आसान हैं । उपायों को कोई भी धनी अथवा गरीब कर सकता है ।

1. पितृदोष का उपाय करें

कई लोगों के पूर्वजों के मरणोपरांत उनका अंतिम संस्कार ठीक से नहीं हो पाता । इसीकारण उनकी आने वाली पीढ़ियों को पितृदोष लग जाता है । इस पितृ दोष को मिटाने के लिए अपने पूर्वजों का विधि पूर्वक श्रााद्ध करना चाहिए । इन अनुष्ठानों को करने से बच्चों के जन्म से संबंधित रुकावटें व बाधाएं नहीं होती । पितृ दोष का पूजन करना संतान प्राप्ति का श्रेष्ठ उपाय है।

2. स्कन्द माता पूजा

नवदुर्गा के एक रूप का नाम स्कन्द माता है। स्कन्द माता की गोद मे उनके पुत्र कार्तिकेय भगवान बैठते हैं । मातृत्व की कामना करने वाली औरतों को स्कन्द माता का पूजन करना चाहिए । नवरात्रों मे पाँचवा दिन स्कन्द माता का होता है , उस दिन माता के पूजन का विशेष महत्व है । स्कन्द माता का पूजन करना संतान प्राप्ति का श्रेष्ठ उपाय है।

3. गर्भ गौरी रुद्राक्ष

गर्भ गौरी रुद्राक्ष मां गौरी और उनके पुत्र श्री गणेश को दर्शाता है। गर्भ गौरी रुद्राक्ष के भी दो भाग होते हैं। पहला भाग दूसरे के मुकाबले छोटा होता है। बड़े आकार वाला रुद्राक्ष माता पार्वती जबकि छोटे आकार वाला रुद्राक्ष भगवान गणेश को दर्शाता है। ये रुद्राक्ष उन महिलाओं के लिए बहुत लाभकारी है जिन्हें गर्भपात का डर होता है और जो मातृत्व का सुख को पाना चाहती हैं । ये रुद्राक्ष मां और बच्चे के बीच के संबंधों को भी मज़बूत बनाता है। संतान प्राप्ति के उपाय में गर्भ गौरी रुद्राक्ष धारण करना अच्छा माना गया है।

4. वरद विनायक गणपति मंदिर

अष्टविनायक यात्रा में चौथा मंदिर, वरद विनायक गणपति मंदिर, बल्लालेश्वर गणपति मंदिर से सिर्फ 38 किमी दूर है । यह गणपति मंदिर भारत मे महाराष्ट्र राज्य के महद, कोल्हापुर तालुका, जिला रायगढ़ में स्थित है। इस मंदिर से निकटतम हवाई अड्डे मुंबई (75 किमी) और पुणे (95 किमी) में हैं। खोपोली और कर्जत रेलवे स्टेशन गणपति मंदिर के निकटतम रेलवे स्टेशन हैं। मुंबई और पुणे से कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनें इन स्टेशनों को पार करती हैं। यहाँ माघी चतुर्थी के दौरान प्रसाद के रूप में प्राप्त नारियल का सेवन किया जाने तो संतान की प्राप्ति होती है। यहाँ माघी चतुर्थी के दौरान काफी श्रद्धालु संतान प्राप्ति की कामना लेकर आते हैं ।

5. संतान गोपाल (बाल गोपाल) पूजा

बाल गोपाल भगवान श्री कृष्ण के बचपन का रूप है। संतान गोपाल पूजा संतान की इच्छा वाले विवाहित जोड़ों यानि पति-पत्नी दोनों व उनके परिवार के सदस्यों को करनी चाहिए। बाल गोपाल की पूजा करने से समस्याएं व बाधाएँ दूर हो जाती हैं व गोद भर जाती है । संतान गोपाल पूजा संतान प्राप्ति के उपाय में यह सबसे श्रेष्ठ उपाय है।

संतान गोपाल मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।

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